Thursday, December 22, 2016

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 वादे पर आप मेरे क्यों एतबार नही करते।
हम प्यार का इजहार सरे-बजार नही करते ।।
डरता है दिल आपकी रुशवाईयों  से -
और आप सोचते हैं कि हम आपको प्यार नही करतें।।



दर्द गैरो को सुनाने की जुरुरत क्या है,
अपने साथ गैरों को रुलाने की जरुरत क्या है।
माना की जिन्दगी जिन्दा दिली का नाम है,
पर हर गम में भी मुस्कराने की जरुरत क्या है। 

 छुप छुप के प्यार करने से क्या फायदा
यूॅ इकरार करने से क्या फायदा।।
चाहने वाले को पता तक ना चले
यूॅ इज़हार करने से क्या फायदा।।


दुनिया में आशिकों  की कमी नही;
अब सूरज को ही ले लो,
आता है उषा के साथ, 
रहता है किरन के साथ,
जाता है संध्या के साथ ,
और सोता है निशा के साथ।।

 संगीत में ज्ञान नही मिलता।
मन्दिर मे भगवान नही मिलता।।
पत्थर को तो इसलिए पूजा करते हैं ,
की पूजने लायक कोई इन्सान नही मिलता।

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